प्रधानमंत्री से मिले तेलंगाना के राज्यपाल: जानिए बैठक में क्या हुआ चर्चा का विषय
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तेलंगाना के राज्यपाल की पीएम मोदी से मुलाकात |
तेलंगाना के राज्यपाल श्री जिष्णु देव वर्मा ने हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से नई दिल्ली में मुलाकात की। यह शिष्टाचार भेंट, जो राजनीतिक और प्रशासनिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इस बैठक में राज्य और केंद्र सरकार के बीच समन्वय, विकास योजनाओं की समीक्षा, और तेलंगाना की सामाजिक स्थिति जैसे कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई।
तेलंगाना राज्यपाल और प्रधानमंत्री की बैठक की समय-सीमा
यह मुलाकात 29 जून 2025 को प्रधानमंत्री आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग, नई दिल्ली में हुई।
बैठक में किन विषयों पर चर्चा हुई?
1. केंद्र प्रायोजित योजनाओं की प्रगति
राज्यपाल ने प्रधानमंत्री से तेलंगाना राज्य की योजनाओं जैसे जल जीवन मिशन, प्रधानमंत्री आवास योजना, और स्वास्थ्य सेवाओं में प्रगति और चुनौतियों की जानकारी साझा की। उन्होंने प्रधानमंत्री से सहयोग की मांग की ताकि इन योजनाओं को जमीनी स्तर तक प्रभावी रूप से लागू किया जा सके।
2. महिला सुरक्षा और शिक्षा
डॉ. तमिलिसाई, जो स्वयं एक महिला चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता भी रही हैं, ने राज्य में महिला सुरक्षा, बालिका शिक्षा और स्वास्थ्य व्यवस्था को मजबूत बनाने पर बल दिया।
3. कानून-व्यवस्था और प्रशासनिक सुधार
राज्यपाल ने बताया कि तेलंगाना में कानून व्यवस्था की स्थिति को बेहतर बनाने की दिशा में राजभवन द्वारा कई पहल की जा रही हैं और केंद्र से प्रशासनिक समर्थन अपेक्षित है।
राजनीतिक और प्रशासनिक पृष्ठभूमि
इस मुलाकात को केवल राज्यपाल की शिष्टाचार भेंट के रूप में देखना सही नहीं होगा। तेलंगाना में नई सरकार के गठन और हाल ही में हुए राजनीतिक बदलावों को देखते हुए यह राजनीतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण बैठक मानी जा रही है।
तेलंगाना की वर्तमान स्थिति
तेलंगाना आज एक उभरता हुआ राज्य है जिसमें आईटी हब हैदराबाद, कृषि, और औद्योगिक विकास का बड़ा योगदान है। लेकिन साथ ही यहां कृषि संकट, जल समस्या, और शहरीकरण की चुनौतियां भी हैं। राज्यपाल ने इन मुद्दों को भी प्रधानमंत्री के समक्ष रखा।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यपाल की सक्रिय भूमिका की सराहना की और भरोसा दिलाया कि केंद्र सरकार तेलंगाना के विकास में हर संभव सहयोग देगी। उन्होंने कहा कि राज्यपाल, केंद्र और राज्य के बीच सेतु की तरह काम करते हैं।
निष्कर्ष: तेलंगाना के विकास की ओर एक कदम
यह भेंट सिर्फ औपचारिक नहीं थी, बल्कि इसके जरिए कई नीतिगत और प्रशासनिक पहलुओं पर सकारात्मक संवाद स्थापित हुआ। यह स्पष्ट करता है कि तेलंगाना और केंद्र सरकार के बीच सहयोग और समन्वय मजबूत हो रहा है, जिसका लाभ राज्य की जनता को मिलेगा।
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